samacharvideo: उत्तरप्रदेश में विधानसभा चुनाव करीब है। कुछ ही दिनों में वोटर, उत्तरप्रदेश के नए मुख्यमंत्री उम्मीदवारों की किस्मत तय करेंगे। सभी दल जुगत में लगे है कि किस तरह यूपी में मुख्यमंत्री पद की कुर्सी को अपना बनाया जाए। भारतीय जनता पार्टी जहाँ हर बार की तरह इस बार भी बिना मुख्यमंत्री चेहरे के मैदान में कूद गई है तो वहीँ कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने एक साथ आकर विजय होने का प्लान तैयार किया है, वहीँ बहुजन समाज पार्टी पर गौर किया जाए तो वह अभी भी अपनी राजनीति की पुरानी राह पर आगे बढ़ रही है।
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चुनाव के नतीजे जो भी हो, पर यदि हम उत्तरप्रदेश के बीते पांच सालों पर नजर डाले तो जहां यूपी में विकास का पहिया तेज़ी से आगे बढ़ा तो वही गुंडाराज, हत्याएं, बलात्कार और अपहरण जैसे मामलों को रोकने में अखिलेश सरकार असफल रही। आज भी up पूरी तरह से सुरक्षित नही है। नेताओं की दादिगिरी हो या हत्या के मामले, यूपी किसी से पिछड़ा नही है।
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अखिलेश सरकार के पांच साल के आंकड़ों पर ध्यान दिया जाए तो रोजाना 24 बलात्कार हुए पुरे प्रदेश में और 21 बलात्कार की कोशिशें रोजाना हुई । 5 साल में रोजाना हर दिन, 13 हत्याएं हुई, और रोजाना 10 अपहरण के मामले सामने आये । 139 चोरी, लूट के केस रोजाना हुए । इन सब के साथ प्रदेश में 5 सालों में 1140 सांप्रदायिक दंगे भी हुए।
इस तरह से यूपी जिस तरह विकास की ओर बढ़ा तो वहीँ इन मामलों में संभलने में कामयाब नही हो पाया।
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(यह आंकड़े dainik bharat.org से लिए गए है, इन आंकड़ों में samacharvideo की ओर से कोई छेड़छाड़ अथवा बदलाव नही किया गया है)
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