samacharvideo: तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री और AIADMK की पूर्व महासचिव जयललिता (अम्मा) की 5 दिसम्बर 2016 को इलाज के दौरान मृत्यु हो गयी थी। पर उनकी मृत्यु पर अभी तय संशय बना हुआ था, जिस पर समय समय पर नेताओं और दलों ने अपनी दलीलें पेश की थी। उनकी मौत में बाद से ही बात उठने लगी थी की जयललिता (अम्मा) की मृत्यु अप्राकृतिक हुयी है।
इस बारे में एक और खुलासा हुआ है जिसमे कहा गया है कि अम्मा की मृत्यु धक्का देने से हुयी। साथ ही यह भी कहा गया कि जयललिता की मौत नैचुरल कंडीशन में नहीं हुई थी। इस बात का दावा AIADMK के सीनियर नेता पीएच पांडियन ने किया है। उनके दावे के अनुसार अम्मा को उनके पोएस गार्डन स्थित उनके घर में किसी ने धक्का दिया था।
पांडियन ने और भी दावे और और सवाल किए जो इस तरह है:
- पूर्व सीएम जयललिता की मौत नैचुरल कंडीशन में नहीं हुई थी।
- ‘धक्का देने के बाद अम्मा गिर गईं। उसके बाद उनके साथ क्या हुआ, यह किसी को नहीं मालूम।’
- एक पुलिस अफसर ने एम्बुलेंस बुलाया और अम्मा को हॉस्पिटल ले जाया गया। उनके वहां पहुंचने के बाद अपोलो हॉस्पिटल के 27 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों को हटा दिया गया। हॉस्पिटल के मैनेजमेंट को क्लियर करना चाहिए कि सीसीटीवी कैमरे क्यों हटाए गए?
- अम्मा की डेथ 4 दिसंबर को शाम 4.30 बजे ही हो चुकी थी, लेकिन हॉस्पिटल ने 5 दिसंबर को इसका एलान किया।
- डेथ के अगले दिन खुलासा क्यों?
- यह सामने आना चाहिए कि फैमिली के किस मेंबर ने उनका इलाज बंद करने के लिए कहा था।
- सीएम होने के नाते अम्मा को एसपीजी सिक्युरिटी मिली हुई थी। क्या एसपीजी एक्ट के मुताबिक, उनके खाने की जांच की गई और उन्हें अस्पताल में जाने की इजाजत क्यों नहीं थी?
- अपोलो हॉस्पिटल में ही कई फिजियो मौजूद हैं, तो अम्मा के इलाज के लिए सिंगापुर से फिजियो क्यों बुलाए गए?
- अम्मा को इलाज के लिए जून 2015 में सिंगापुर ले जाने के लिए चेन्नई एयरपोर्ट पर पैरा-एम्बुलेंस हेलिकॉप्टर तैनात था, लेकिन उन्हें इलाज के लिए सिंगापुर ले जाने से किसने रोका था, इसका भी खुलासा होना चाहिए।
आपको बता दे की जब पांडियन से यह पूछा गया कि आपको ये इन्फॉर्मेशन कहां से मिली तो उन्होंने कहा, “मेरे अपने सोर्सेस हैं। मैं खुद ही इसकी जांच कर रहा हूं। अम्मा के इलाज में कई ऐसी चीजें हैं, जिन पर शक होता है।