samacharvideo: आज एक बैंक खाताधारक की हालत बहुत ही ख़राब है। वह बैंक में पैसा रखे तो दिक्कत, बैंक से पैसा निकाल तो दिक्कत, पास में पैसा रखे तो और भी दिक्कत। नोटबंदी के बाद से सरकार लगातार बैंक के नियमों में बदलाव करती आ रही है, जिससे जाहिर तौर पर जनता को परेशानियां उठानी पड़ रही है।
यह भी पढ़े: चौकानें वाली खबर, अभी तुरंत पढ़े क्योंकि 10-15 रूपए प्रति लीटर मिलेगा पेट्रोल-डीजल !
इस बार भी कुछ ऐसा ही हुआ है। सरकार ने बैंक पर एक बड़ा फैसला लिया है। जिसके चलते जनता को परेशान होने के लिए फिर एक बार तैयार हो जाना चाहिए। यह फैसला सिकार ने देश के सबसे बड़े राष्ट्रीय बैंक एसबीआई के लिए लिया है। जिसमे इस बैंक से जुड़े सभी खाताधारक को एक निर्देश तक दिया गया है।
एसबीआई के अनुसार मेट्रो शहरों के लिए न्यूनतम बैलेंस 5,000 रुपए, शहरी इलाकों के लिए 3,000 रुपए, अर्द्ध-शहरी इलाकों के लिए 2,000 रुपए और ग्रामीण इलाकों के लिए 1,000 रुपए तय कर दिया है। यदि सम्बंधित अकाउंट में इससे कम बैलेंस पाया जाता है तो 1 अप्रैल से खाताधारक से फाइन वसूला जाएगा। यह फाइन बैलेंस की कमी और निर्धारित बैलेंस के अंतर पर डिपेंड करेगा।
देना होगा इतना फाइन:
- नयूनतम बैलेंस में 75 से अधिक की कमी है तो 100 रूपए फाइन के साथ सर्विस टैक्स भी देना होगा।
- यदि बैलेंस में 50-75 प्रतिशत के बीच की कमी हो तो 75 रूपए के साथ सर्विस टैक्स देना होगा।
- यदी बैलेंस में 50 प्रतिशत की कमी है तो 50 रूपए का फाइन देना होगा।