नोटबंदी पर अभी देश में घमासान जारी ही है। राजनैतिक दलों के बीच अभी भी जंग छिड़ी हुई है तो आम जनता भी नोटबंदी को लेकर एकमत नही हो पाई है। नोटबंदी से जहां एक तरफ थोड़ी परेशानी हुयी है तो वहीँ दूसरी ओर जमाखोरों और भ्रष्टाचारियों के परखच्चे भी उड़ गए है। नोटबंदी का यह मसला शांत होने से पहले ही सरकार ने और एक बड़ा फैसला ले लिया है।
केंद्र सरकार ने देश में प्लास्टिक नोट चलाने का फैसला लिया है। इसकी जानकारी सरकार ने शुक्रवार को संसद में दी। वहीँ सरकार के अनुसार प्लास्टिक नोट छापने की सामग्री भी खरीदी जा चुकी है।
इस बारे में वित्त राज्यमंत्री अर्जुन मेघवाल ने संसद को बताया कि”प्लास्टिक या पॉलीमर सब्सट्रेट से इन नोटों की छपाई की जाएगी। इसके लिए शुरुआती प्रक्रिया भी प्रारंभ हो चुकी है।”आपको बता दे कि वित्त राज्यमंत्री का ये बयान लोकसभा में पूछे गए सवाल के जवाब में आया।
आपको बता दें की इस बारे में सन 2014 में सरकार की ओर से कहा गया था कि सरकार 10 रुपए के रूप में एक अरब के नोट छापेगी। इन्हें ट्रायल के रूप में पांच शहरों, कोच्चि, मैसूर, जयपुर, शिमला और भुवनेश्वर में चलाया जाएगा।
वित्त राज्यमंत्री मेघवाल के अनुसार यह प्लास्टिक नोट साधारण नोट की तुलना में अधिक सुरक्षित और अधिक आयु वाले होते हैं वही यह प्लास्टिक नोट साधारण नोट की तुलना में अधिक स्वच्छ भी होते हैं।