samacharvideo: दिल्ली की राजनीति में एक सर्वें के खुलासे से फिर हड़कम्प मच गया हैं। यह सर्वे अरविन्द केजरीवाल के करीबी रह चुके योगेंद्र यादव ने किया है। सर्वे की रिपोर्ट योगेंद्र यादव ने शनिवार को मीडिया से साझा की।
योगेंद्र यादव ने बताया कि उन्होंने पूरे सर्वे को खुद डिजाइन किया है। सर्वे दिल्ली की 19 विधानसभा में 1202 लोगों पर किया गया है। नए साल के शुरुआती पांच दिनों में यह बातचीत अलग-अलग लोगों से की गई। सर्वे किसी एजेंसी से नहीं बल्कि खुद उनके लोगों ने किया है।
सर्वे से साफतौर पर खुलासा हुआ है कि ‘दिल्ली की जनता जितनी अरविन्द केजरीवाल से संतुष्ट है, उससे कहीं ज्यादा केंद्र और मोदी सरकार से खुश हैं।’
सर्वें से और भी कई तरह के अहम खुलासे हुए है जो की इस तरह है…
- 36 फीसदी लोग मानते हैं कि केजरीवाल सरकार आने के बाद भ्रष्टाचार बढ़ा है, जबकि 23 प्रतिशत लोगों का कहना है कि भ्रष्टाचार पहले जैसा है। 25 फीसदी मानते हैं कि इसमें कमी आई हैं।
- सर्वे रिपोर्ट की मानें तो दिल्ली सरकार से महज 37 फीसदी लोग ही संतुष्ट हैं, जबकि 60 फीसदी लोग असंतुष्ट हैं।
- 23 फीसदी ऐसे लोग भी हैं जो यह मानते हैं कि दिल्ली सरकार के कामकाज में एलजी अडंगा लगाते हैं।
- 36 फीसदी लोगों का मानना है कि दिल्ली सरकार अपनी नाकामी छिपाने के लिए एलजी का नाम लेती है।
- 56 फीसदी लोग दिल्ली में विधायकों के काम से संतुष्ट नहीं है।
- 37 फीसदी दिल्ली यही नहीं जानती, वह तीन नगर निगमों में किसके अंतर्गत आती है।
- 32 फीसदी लोग अपने वार्ड का नंबर तक नहीं जानते।
- सिर्फ 57 प्रतिशत लोग अपने पार्षद का नाम जानते हैं।